शुक्रवार, 30 अक्टूबर 2015

सर्व वेदांत सार: ब्रह्म सत्यं जगन्मिथ्या जीवो ब्रह्मैव नापरः ||

ब्रह्म सत्यं जगन्मिथ्या जीवो ब्रह्मैव नापरः ||यहाँ आये हुए "जगन्मिथ्या" वाक्यांश में मिथ्या का अर्थ झूठ (अभावस्वरूप ) ...

Posted by Dharamsamrat Swami Karpatri Ji on Friday, October 30, 2015

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