Swami Hariharananda Sarasvati or Karpatri Ji was respected Vedant Acharya; disciple of Brahmananda Sarasvati; met Yogananda at Kumbh Mela.
He was from Dashanami Sampradaya ("Tradition of Ten Names") is a Hindu monastic tradition of "single-staff renunciation" (Ekadaṇḍisannyasi)generally associated with the Advaita Vedanta tradition.
गुरुवार, 29 अक्टूबर 2015
श्री केदारनाथ महिमा
हमारे हाथ में त्रिशूलों का स्वरूप इस प्रकार सेहै ऐसे अनेक त्रिशूल स्वतःप्रादुर्भूत हैं | "आत्मा त्वं गिरिजा मतिः सहचराः प्राणाः शरीरं गृहम् "#श्री_केदारनाथ_महिमा|| जय श्रीराम ||
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें