Swami Hariharananda Sarasvati or Karpatri Ji was respected Vedant Acharya; disciple of Brahmananda Sarasvati; met Yogananda at Kumbh Mela. He was from Dashanami Sampradaya ("Tradition of Ten Names") is a Hindu monastic tradition of "single-staff renunciation" (Ekadaṇḍisannyasi)generally associated with the Advaita Vedanta tradition.
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
मेरे बारे में
ब्लॉग आर्काइव
-
▼
2018
(12)
-
▼
जुलाई
(12)
- All about Shiva
- हिन्दू धर्म Hindu Dharma
- Govardhan Math, Puri
- पार्थिव शिवलिंगार्चन विधि (parthiv shivling pujan ...
- पार्थिव शिवलिंगार्चन महात्म्य ( Parthiv shivlingar...
- श्रीराम पर इसाईयों के झूठे आरोपों का खण्डन
- श्रीकृष्ण पर ईसाईयों द्वारा झूठे आरोप
- भगवान् शंकराचार्य का शास्त्रीय स्वरूप
- Zakir naik exposed
- क्या श्रीकृष्ण ने गीता नहीं कही ? ब्रह्माकुमारी व ...
- धर्मसम्राट् स्वामी करपात्री जी लिखित ग्रंथ "मार्क्...
- क्या शिव भगवान् नही है ? इस्कॉन संस्था का खण्डन- I...
-
▼
जुलाई
(12)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें