श्री आद्यशंकराचार्य के लगभग ३०० वर्ष पश्चात् श्री रामानुजाचार्य ने ब्रह्म का जो निरूपण किया है , वह सब श्री आद्य शंकराचा...
Posted by धर्मसम्राट स्वामी करपात्री on Monday, 8 February 2016
Swami Hariharananda Sarasvati or Karpatri Ji was respected Vedant Acharya; disciple of Brahmananda Sarasvati; met Yogananda at Kumbh Mela. He was from Dashanami Sampradaya ("Tradition of Ten Names") is a Hindu monastic tradition of "single-staff renunciation" (Ekadaṇḍisannyasi)generally associated with the Advaita Vedanta tradition.
सोमवार, 8 फ़रवरी 2016
इस प्रकार अद्वैत वेदान्त का किसी भी दर्शन से विरोध नहीं है , अपितु सभी दर्शन नदियों के समुद्र विलय की भांति अद्वैत वेदान्त में ही समाते हैं |
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