मानमोह विगत भये, संग दोष जीत लिये, आत्मा में स्थित और कामना निवृत्त है | सुख-दुःख के द्वन्द्वों से मुक्त ऐसा ज्ञानीचित...
Posted by धर्मसम्राट स्वामी करपात्री on Saturday, 12 December 2015
Swami Hariharananda Sarasvati or Karpatri Ji was respected Vedant Acharya; disciple of Brahmananda Sarasvati; met Yogananda at Kumbh Mela. He was from Dashanami Sampradaya ("Tradition of Ten Names") is a Hindu monastic tradition of "single-staff renunciation" (Ekadaṇḍisannyasi)generally associated with the Advaita Vedanta tradition.
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गुरुवार, 17 दिसंबर 2015
निर्मानमोहा जितसङ्गदोषा अध्यात्मनित्या विनिवृत्तकामा: | द्वन्द्वैर्विमुक्ताः सुखदुःखसञ्ज्ञैर्गच्छन्त्यमूढाः पदमव्ययं तत् || श्लोक भाषाय
रविवार, 8 नवंबर 2015
जगतः पितरौ वन्दे - पार्वतीपरमेश्वरौ
जगतः पितरौ वन्दे -पार्वतीपरमेश्वरौ -१- पार्वतीप + रमेश्वरः = शिव ( प इत्युक्ते पतिः = पार्वतीं पातिः पालयति रक्षयति ...
Posted by Dharamsamrat Swami Karpatri Ji on Saturday, November 7, 2015
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